आयोजन
नई पहचान
अमालगेम से अमाल रकीबी गैलरी तक
नाम परिवरà¥à¤¤à¤¨, दृषà¥à¤Ÿà¤¿ परिवरà¥à¤¤à¤¨
अमालगेम गैलरी में हाल ही में à¤à¤• परिवरà¥à¤¤à¤¨ हà¥à¤† है और अब इसे अमाल रकीबी गैलरी के रूप में जाना जाता है। नाम में परिवरà¥à¤¤à¤¨ गैलरी की दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ में परिवरà¥à¤¤à¤¨ को à¤à¥€ दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¤¾ है। इसका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ à¤à¤¸à¥€ जगह से आगे बढ़ना है जहां कला को केवल दीवारों पर पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¿à¤¤ किया जाता है और इसके नेटवरà¥à¤• का विसà¥à¤¤à¤¾à¤° करना है।
अमाल रकीबी गैलरी की नई दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾, समरà¥à¤¥à¤¨, आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯, ललकारना और à¤à¤•à¤œà¥à¤Ÿ करना है। गैलरी कलातà¥à¤®à¤• विकास और विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ कलाकारों को उनके काम का पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ करने के लिठà¤à¤• मंच पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने के लिठपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§ है। गैलरी कला के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¥€ और संगà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤•à¥‹à¤‚ के à¤à¤• समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के लिठà¤à¥€ समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ है जो रचनातà¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ और नवीनता के लिठà¤à¤• जà¥à¤¨à¥‚न साà¤à¤¾ करते हैं।
इस दृषà¥à¤Ÿà¤¿ का अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ A.R.T.S में किया गया है। वे मूलà¥à¤¯ जो हम पर सबसे अचà¥à¤›à¤¾ कबà¥à¤œà¤¾ करते हैं और जो हमें डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µ करते हैं: 1) अपूरà¥à¤£à¤¤à¤¾ की सराहना करें 2) रैली उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ 3) सीमाओं को पार करें 4) यथासà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ को हिलाà¤à¤‚।